भंदे बालाजी वार्षिक मेला 2024: इस साल लक्खी मेला कब है, भंदे बालाजी का इतिहास जानें

भंदे बालाजी वार्षिक मेला 2024: भंदे बालाजी मंदिर हिरनोदा, जिला- जयपुर, राजस्थान में है। क्षेत्र के पवित्र धार्मिक स्थल भंदे बालाजी का तीन दिवसीय 56 वां लक्खी मेला ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष चतुर्थी, सोमवार 10 जून को ध्वज स्थापना के साथ शुरू होगा। भंदे हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश पूनिया, मंत्री हनुमान बालोदिया व कोषाध्यक्ष हरजीराम नेटवाल ने बताया कि इस तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ सोमवार को प्रातः 11:15 बजे ध्वज स्थापना व पूजा अर्चना के साथ होगा। मुख्य मेला ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष, पंचमी, मंगलवार 11 जून 2024 को भरेगा। इस लेख में आप जानेंगे  Bhande Balaji Varshik Mela कब है, कार्यक्रम व भंदे बालाजी की झांकी, आरती, भोग व समापन का विवरण पढेंगे।

Bhande Balaji Varshik Mela Kab Hai Photo

भंदे बालाजी वार्षिक मेला कब है | Bhande Balaji Varshik Mela Kab Hai

Bhande Balaji का वार्षिक मेला 10 जून 2024 से 12 जून 2024 तक आयोजित होगा, जो क्षेत्रवासियों के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन है। तीन दिवसीय इस मेले का शुभारंभ 10 जून सोमवार को ध्वजारोहण एवं पूजा-अर्चना के साथ होगा, जिसमें स्थानीय एवं दूरदराज के श्रद्धालु भाग लेंगे। Bhande Hanuman Seva Samiti के अध्यक्ष ओमप्रकाश पूनिया, मंत्री हनुमान बालोदिया एवं कोषाध्यक्ष हरजीराम नेटवाल ने बताया कि मेले का शुभारंभ प्रातः 11:15 बजे ध्वजारोहण के साथ होगा, जो अत्यंत पवित्र एवं भावपूर्ण क्षण होगा। इस दौरान श्रद्धालु भजन-कीर्तन एवं धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर अपनी भक्ति प्रकट करेंगे।

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भंदे बालाजी का मुख्य मेला 11 जून 2024, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष, पंचमी, मंगलवार को भरेगा। जब हजारों की संख्या में भक्तजन Bhande Balaji के दर्शन करने आएंगे और मेले का आनंद लेंगे। इस मेले में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिनमें भजन संध्या, रामायण पाठ और अन्य धार्मिक कार्यक्रम शामिल होंगे। इस प्रकार, Bhande Balaji का वार्षिक मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक मेलजोल का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है।

भंदे बालाजी वार्षिक मेला कार्यक्रम लिस्ट 2024

हम आपके लिए 2024 में होने वाले भंदे बालाजी वार्षिक मेले की कार्यक्रम सूची लेकर आए हैं। इस अनूठे आयोजन में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लें। तय समय और तिथि के अनुसार महोत्सव में भाग लें।

10 जून, सोमवार का कार्यक्रम 

  • प्रातः 11:15 बजे: ध्वज स्थापना और पूजा अर्चना के साथ मेले का शुभारंभ।
  • शाम 5:00 बजे: भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
  • रात्रि 8:00 बजे: रामायण पाठ और धार्मिक प्रवचन।

11 जून, मंगलवार का कार्यक्रम 

  • प्रातः 8:00 बजे: मुख्य मेला का आरंभ।
  • प्रातः 10:00 बजे: भंडारा और प्रसाद वितरण।
  • दोपहर 12:00 बजे: हवन और विशेष पूजा।
  • शाम 4:00 बजे: झांकी प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
  • रात्रि 8:00 बजे: भजन संध्या और कीर्तन।

12 जून, बुधवार का कार्यक्रम 

  • प्रातः 9:00 बजे: भक्तों के लिए दर्शन और पूजा-अर्चना।
  • प्रातः 11:00 बजे: धार्मिक प्रवचन और अनुष्ठान।
  • दोपहर 1:00 बजे: भंडारा और प्रसाद वितरण।
  • शाम 6:00 बजे: समापन समारोह और आशीर्वचन।
  • रात्रि 8:00 बजे: सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन संध्या।

नोट: बुधवार 12 जून 2024 को श्री बालाजी महाराज की झांकी, भोग, आरती एवं समापन होगा।

भंदे बालाजी मेले के आकर्षण कार्यक्रम

Bhande Balaji मेले में श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जाता है। मेले के परिसर में सामाजिक संगठनों और गैर सरकारी संगठनों द्वारा नींबू पानी, शर्बत, कोल्ड ड्रिंक्स, पूड़ी सब्जी, तरबूज, आइसक्रीम, छाछ, रबड़ी और गन्ने का जूस जैसे विभिन्न प्रकार के खाद्य और पेय पदार्थ निःशुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं। श्रद्धालुओं के अनुभव को आसान बनाने के लिए मेले में ये सभी सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। 

धार्मिक कार्यक्रम

  • भंडारा: मेले के दौरान हर दिन भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाता है।
  • आरती: हर सुबह और शाम भगवान हनुमान की आरती का आयोजन किया जाता है।
  • राम कथा: मेले के दौरान राम कथा का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें रामायण की कथा सुनाई जाती है।
  • भजन-कीर्तन: मेले में भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें भक्ति गीत गाए जाते हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रम:

  • लोक नृत्य एवं संगीत: मेले में राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के लोक नृत्य एवं संगीत प्रस्तुत किए जाते हैं।
  • नाटक: मेले में धार्मिक एवं सामाजिक विषयों पर आधारित नाटक भी प्रस्तुत किए जाते हैं।
  • झाँकी: मेले में धार्मिक एवं पौराणिक विषयों पर आधारित झाँकियाँ भी प्रस्तुत की जाती हैं।
  • आतिशबाज़ी: मेले के अंत में आतिशबाजी का भी आयोजन किया जाता है।

भंदे बालाजी का इतिहास

Bhande Balaji Mela राजस्थान के जयपुर जिले में स्थित भंदे बालाजी मंदिर में आयोजित होने वाला एक प्रसिद्ध मंदिर मेला है। यह मेला हर साल ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी को आयोजित होता है।

17वीं शताब्दी में भंदे बालाजी मेले की शुरुआत एक अत्यधिक रोचक और अद्वितीय कथा के साथ हुई थी। जब एक बंजारा इस क्षेत्र से गुजर रहा था। रात में विश्राम करते समय, उसने भगवान हनुमान स्वप्न में आकर दर्शन दिए और बोले मुझे यहा ही स्थापित कर देना।अगली सुबह, जब वह जाने लगा, तो मूर्ति हिलने को उठाने की कोशिश की परन्तु वह मूर्ति वहाँ से नही हिली। इस चमत्कार से, बंजारे ने मूर्ति को यहीं स्थापित कर दिया और भक्तों के लिए मंदिर का निर्माण करवाया।

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