भोजन मंत्र का जप क्यू करें: जानें भोजन करने से पहले और बाद में पढ़े ये मंत्र

भोजन मंत्र: हिंदू धर्म में मनुष्य की दिनचर्या को आध्यात्मिक आयाम दिया गया है, जिसमें हर क्रिया का अपना महत्व है। सुबह उठते ही इष्टदेव को धन्यवाद देने और मंत्रों का जाप करने की अद्भुत पारंपरिक प्रथा है। इसी तरह भोजन करते समय लोग विशेष रूप से ब्रह्मा, विष्णु और महेश के लिए तीन निवाले अलग रखते हैं और भोजन की थाली के चारों ओर झुककर जल चढ़ाते हैं। इस लेख में जानेंगे की भोजन करते समय कौनसा मंत्र बोलना चाहिए। 

Bhojan Mantra Ka Jaap Kyu karen Photo

भोजन मंत्र का जप क्यू करें | Bhojan Mantra Ka Jaap Kyu karen

 Bhojan Mantra के जाप के कई लाभ हैं। सबसे पहले, यह हमें आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे अन्नपूर्णा देवी, किसानों और प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता व्यक्त होती है। दूसरे, भोजन को पवित्र और शुद्ध माना जाता है, जिससे हमारे भोजन में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। तीसरा,  Bhojan Mantra का जाप पाचन में सुधार करने में मदद करता है, जिससे हमारा शरीर पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित कर पाता है। 

चौथा, यह हमारे मन और आत्मा को शांत करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है और सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है। अंत में, यह अभ्यास हमारी आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायता करता है, जिससे हम भौतिक दुनिया से अलग हो जाते हैं और आध्यात्मिक चेतना को और अधिक समझते हैं।

भोजन करने से पहले बोले ये मंत्र | Bhojan Karne Se Pahle Bole Mantra

ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै ।

तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥

ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राण वल्लभे।

ज्ञान वैराग्य सिद्धयर्थ भिखां देहि च पार्वति।।

ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम् ।

ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना ।।

भोजन करने के बाद बोलें ये मंत्र | Bhojan Karne Ke Baad Bole Ye Mantra

अगस्त्यम कुम्भकर्णम च शनिं च बडवानलनम।

भोजनं परिपाकारथ स्मरेत भीमं च पंचमं ।।

अन्नाद् भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसंभवः।

यज्ञाद भवति पर्जन्यो यज्ञः कर्म समुद् भवः।।

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भोजन मंत्र जप करने की नियम | Bhojan Mantra Jaap Karne Ke Niyam

Bhojan Mantra, जिसे अन्नपूर्णा स्तोत्र, प्राणहुति या भोजनोपनिषद मंत्र के नाम से भी जाना जाता है, भोजन करने से पहले पढ़ा जाता है। यह मंत्र अन्नपूर्णा देवी, भोजन की देवी, और किसानों और प्रकृति को भोजन प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त करता है।  Bhojan Mantra का जाप करने से भोजन शुद्ध होता है और माना जाता है कि यह पाचन में सुधार करता है और भोजन से पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है।

  •  Bhojan Mantra का जाप करने से पहले स्नान कर लेना चाहिए और साफ कपड़े पहनने चाहिए।
  • खाना खाने से पहले हाथ धोना भी जरूरी है।
  • मंत्र का जाप शांत और एकाग्र वातावरण में करना चाहिए।
  • अगर घर में शांति नहीं है, तो आप मंदिर या किसी शांत जगह पर जाकर मंत्र का जाप कर सकते हैं।
  •  Bhojan Mantra का जाप खाना खाने से पहले करना चाहिए।
  • आप खाने के लिए बैठने से पहले या खाने के दौरान मंत्र का जाप कर सकते हैं।
  • मंत्र का जाप श्रद्धा और भक्ति के साथ करना चाहिए।
  • मंत्र का जाप करते समय मन को शांत और एकाग्र रखना चाहिए।
  • दोनों हाथों को अंजलि मुद्रा में बंद कर लें।
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