एकादशी को तुलसी में दीपक जलाना चाहिए या नहीं:- हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, इस दिन भक्त व्रत और भक्ति के माध्यम से भगवान की पूजा करते हैं। Ekadashi पर तुलसी के पौधे में दीपक जलाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है, और माना जाता है कि इसका विशेष महत्व और लाभ है। लेकिन कुछ लोगों के मन में इस विषय पर संशय भी रहता है कि Ekadashi पर Tulasi के पौधे में दीपक जलाना चाहिए या नहीं। आइए इस धार्मिक परंपरा के महत्व और इसके पीछे के कारणों को विस्तार से समझते हैं।
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एकादशी को तुलसी में दीपक जलाना चाहिए या नहीं | Ekadashi Ko Tulsi Me Deepak Jalana Chahie Ya Nahi
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार Ekadashi के दिन Tulasi में दीपक जलाना शुभ माना जाता है। इसके पीछे तर्क यह है कि Tulasi को देवी लक्ष्मी का प्रिय पौधा माना जाता है और दीपक जलाने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इसके अलावा दीपक जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
लेकिन, कुछ अन्य धर्मग्रंथों और मतों के अनुसार एकादशी के दिन तुलसी में दीपक जलाना अशुभ माना जाता है। इसका कारण यह है कि Ekadashi के दिन व्रत रखा जाता है और दीपक जलाने के लिए तेल या घी का उपयोग किया जाता है, जो व्रत में वर्जित है। इसके अलावा, दीपक जलाने से धुआं निकलता है, जो तुलसी के लिए हानिकारक हो सकता है।
आखिरकार, Ekadashi के दिन Tulasi में दीपक जलाना है या नहीं, यह आपकी आस्था और विश्वास पर निर्भर करता है। अगर आप देवी लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो आप दीपक जला सकते हैं। लेकिन, अगर आप व्रत के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहते हैं, तो आप दीपक नहीं जला सकते।
तुलसी में शाम को कितने बजे दीपक जलाना चाहिए | Tulsi Me Sham Ko Kitne Baje Deepak Jalana Chahie
एकादशी के दिन तुलसी में दीपक जलाने का शुभ समय सूर्यास्त के बाद का होता है। हिंदू धर्म में सूर्यास्त के बाद का समय देवी लक्ष्मी का होता है और Tulasi को देवी लक्ष्मी का प्रिय पौधा माना जाता है। इसलिए इस समय दीपक जलाना अधिक शुभ माना जाता है। आप शाम 6 से 8 बजे के बीच कभी भी दीपक जला सकते हैं।
तुलसी में कौन सा दीपक जलाना चाहिए | Tulsi Me Kon Sa Deepak Jalana Chahie
आप Ekadashi के दिन तुलसी के सामने घी या तेल का दीपक जला सकते हैं।
दीपक का प्रकार | घी का दीपक: हिंदू धर्म में घी को शुभ माना जाता है और देवी लक्ष्मी को यह बहुत प्रिय है।तेल का दीपक: तेल का दीपक भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन घी का दीपक ज़्यादा शुभ माना जाता है। |
दीपक का आकार | छोटा दीपक: आप छोटा दीपक चुन सकते हैं।मध्यम आकार का दीपक: मध्यम आकार का दीपक भी उपयुक्त है।बड़ा दीपक: बड़े दीपक का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे Tulasi के पौधे को नुकसान हो सकता है। |
बत्ती | सफ़ेद बाती: सफ़ेद बाती का इस्तेमाल करें।धीमी लौ वाली बाती: धीमी लौ वाली बाती का इस्तेमाल करें ताकि Tulasi का पौधा न जले। |
तुलसी में दीपक कब नहीं जलाना चाहिए | Tulsi Me Deepak Kab Nahi Jalana Chahie
तुलसी के पौधे में दीपक जलाने का एक शुभ समय होता है और इसे रात के समय जलाना उचित माना जाता है। साथ ही शास्त्रों में कहा गया है कि जब श्राद्ध, अंतिम संस्कार, विद्यारंभ या मृत्यु स्मरण से संबंधित कोई कार्य हो रहा हो तो Tulasi के पौधे में दीपक नहीं जलाना चाहिए। ऐसे समय में Tulasi को न जलाकर उनका सम्मान किया जाता है और उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। Tulasi में दीपक जलाना कुछ परिस्थितियों में अशुभ माना जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- रविवार: इसे सूर्य देव का दिन माना जाता है, इसलिए Tulasi पर दीपक जलाना अशुभ माना जाता है।
- अमावस्या: इसे पितृ पक्ष की शुरुआत माना जाता है, तुलसी पर दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है।
- सूतक: जन्म या मृत्यु के समय सूतक काल में तुलसी पर दीपक जलाना अशुभ माना जाता है।
- बीमार तुलसी: बीमार पौधे पर दीपक नहीं जलाना चाहिए, क्योंकि इससे पौधा और बीमार हो सकता है।
- सूर्यास्त से पहले: सूर्यास्त के बाद ही Tulasi में दीपक जलाना उचित माना जाता है।