हिचकी रोकने का मंत्र:- हिचकी आना एक आम समस्या है जो कभी भी, किसी को भी हो सकती है। यह डायाफ्राम की मांसपेशियों में अचानक होने वाले संकुचन के कारण होती है अधिकतर मामलों में, हिचकी कुछ मिनटों में ही अपने आप रुक जाती है। लेकिन, अगर आपको बार-बार या लगातार हिचकी आती है, तो यह किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। यहां हम कुछ घरेलू उपाय (Hitchki Rokne Ke Upay) बता रहे हैं जिन्हें आजमाकर हिचकी को रोका जा सकता है।
Table of Contents
हिचकी क्या है | Hichki Kya Hai
हिचकी डायाफ्राम नामक मांसपेशी के अचानक और अनियंत्रित संकुचन के कारण होती है। डायाफ्राम सांस लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब यह सिकुड़ता है, तो यह फेफड़ों से हवा को बाहर निकाल देता है,
हिचकी आने के कारण | Hichki Aane Ka Karan
- अत्यधिक भोजन या पेय का सेवन: जब आप बहुत अधिक खाते या पीते हैं, तो आपका पेट फूल जाता है, जिससे डायाफ्राम पर दबाव पड़ सकता है और हिचकी आ सकती है।
- तेज गंध या धुएं के संपर्क में आना: तेज गंध या धुआं डायाफ्राम को परेशान कर सकता है, जिससे हिचकी आ सकती है।
- अचानक ठंडे या गर्म पानी के संपर्क में आना: अचानक ठंडे या गर्म पानी के संपर्क में आने से डायाफ्राम को झटका लग सकता है, जिससे हिचकी आ सकती है।
- कार्बोनेटेड पेय पदार्थों का सेवन: कार्बोनेटेड पेय पदार्थों में मौजूद गैसें पेट में सूजन पैदा कर सकती हैं, जिससे हिचकी आ सकती है।
- धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब डायाफ्राम को परेशान कर सकते हैं, जिससे हिचकी आ सकती है।
हिचकी रोकने के घरेलू उपाय | Hichki Rokne Ke Gharelu Upay
कागज के थैले में सांस लें | एक पेपर बैग लें और 10-15 सेकंड तक उसमें धीरे-धीरे सांस लें।फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें।यह प्रक्रिया डायाफ्राम को शांत करने और हिचकी रोकने में मदद कर सकती है। |
ठंडा पानी पिएं | एक गिलास ठंडा पानी धीरे-धीरे घूंट-घूंट करके पिएं।ठंडा पानी आपके डायाफ्राम को उत्तेजित कर सकता है और हिचकी की मांसपेशियों को शांत कर सकता है। |
जीभ को दबाएं | अपनी जीभ के पिछले हिस्से को अपने तालू से दबाएं।यह आपके गले में मौजूद कुछ तंत्रिकाओं को उत्तेजित कर सकता है जो डायाफ्राम को शांत करने में मदद करते हैं। |
शहद खाएं | एक चम्मच शहद चाटें।शहद में एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो डायाफ्राम की मांसपेशियों को आराम देने में मदद कर सकते हैं। |
नींबू का टुकड़ा चूसें | नींबू का एक छोटा टुकड़ा चूसें।नींबू का खट्टा स्वाद आपके लार ग्रंथियों को उत्तेजित कर सकता है और डायाफ्राम की मांसपेशियों को शांत करने में मदद कर सकता है। |
NOTE: ये घरेलू नुस्खे ज्यादातर मामलों में कारगर होते हैं। लेकिन अगर आपको बार-बार हिचकी आती है तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। हिचकी किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है।
हिचकी रोकने का मंत्र | Hichki Rokne Ka Mantra
मंत्रों का वैज्ञानिक समर्थन नहीं होता और उनकी प्रभावशीलता व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित होती है। लेकिन, कुछ लोगों का मानना है कि कुछ मंत्र हिचकी रोकने में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ मंत्र दिए गए हैं:
- ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं नमः
- गंगा जल पीऊं, हिचकी छूटे शीघ्र ही।
- राम नाम सत्य है।
NOTE: मंत्रों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। अगर आपको लगातार या बार-बार हिचकी आती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। हिचकी किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है। हिचकी रोकने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी हैं जो ज़्यादातर मामलों में कारगर होते हैं।
हिचकी रोकने का योग | Hichki Rokne Ka Yog
अपान वायु मुद्रा:
- पीठ को सीधा रखें।
- दोनों हाथों को घुटनों पर रखें।
- आँखें बंद करें।
- तर्जनी उंगली को अंगूठे के आधार पर रखें।
- अंगूठे के सिरे को मध्यमा और अनामिका उंगली से जोड़ दें।
- बाकी दोनों उंगलियों को सीधा रखें।
- धीरे-धीरे सांस लें और सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
- इस मुद्रा में करीब 10 मिनट तक रहें।
सिंह मुद्रा:
- छाती और डायाफ़्राम में तनाव को दूर करता है।
- हिचकी रोकने में मदद करता है।
- गले और श्वसन तंत्र की मांसपेशियों को एक्टिव करके ऐंठन को कम करता है।
ये भी पढ़े:-
मंगल के उपाय लाल किताब | पितृ दोष के उपाय लाल किताब |
लाल किताब के अनुसार पितृ दोष के उपाय | लाल किताब के रामबाण उपाय |