कलयुग में श्राप क्यों नहीं लगता:- आप जानते हैं कि वर्तमान में Kalyug का कुछ प्रारंभिक काल ही आरंभ हुआ है। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस युग के करीब 5000 वर्ष ही अभी तक बीते हैं और इसकी आयु अभी काफी बड़ी होने वाली है। बीते युगों में व्यक्तियों की रहन-सहन एवं ऋषि मुनियों की तपस्या धर्म को निर्वाह करने की क्षमता अलग-अलग रही है। परंतु कलयुग में बीते युगों की परंपराएं, क्षमताएं एवं धर्म परायणता में काफी बदलाव देखा जाने वाला है।
आज हम बात कर रहे हैं कि कलयुग में दिया गया श्राप फलित होता है या नहीं। क्या Kalyug में दिया गया Shrap किसी को हानि पहुंचा सकता है या फिर कलयुग में ऐसी कोई प्रेणादायक शक्ति है। जो किसी भी प्रकार से किसी के द्वारा दिए गए श्राप कोअमुक व्यक्ति, समाज, देश इत्यादि को किसी प्रकार की क्षति पहुंचा सकता है। इस लेख में हम श्राप या बद्दुआ क्यों हो रही है बेअसर तथा कलयुग में श्राप क्यों नहीं लगता ( Kalyug Me Shrap Kyo Nehi Lagta ) इस संबंध में विस्तार पूर्वक जानने वाले हैं।
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श्राप क्या है | Shrap Kya Hai
आपने धर्म शास्त्रों में टीवी सीरियल में या कहीं ना कहीं श्राप शब्द को तो सुना ही होगा।अधिकांश लोग इसे बद्दुआ भी कहते हैं। किसी आहत व्यक्ति द्वाराआहत किए जाने के कारण से दुःखी होकर दी गई बद्दुआ ही Shrap कहलाती है। विष्णु पुराण के अनुसार बीते युगों में आपने ऋषि मुनियों को किसी आतताई को या किसी देव गंधर्व को उसके द्वारा किए गए कर्मो का दंड दिया जाना ही श्राप के रूप में प्रस्तुत किया गया है और ऋषि मुनि द्वारा उस श्राप को फलित होने का समय और उससे उध्दार होने का समयअवधि भी निश्चित कर दिया जाता था।
परंतु कलयुग में यह सब नहीं होने वाला है इसका सबसे बड़ा कारण है कि कलयुग में धर्म परायणता, सत्यता का अभाव, मन में विकारों का होना, अनुराग की कमी, व्यक्ति का सात्विक ना होना। Kalyug में किसी प्रकार के श्राप को फलित नहीं करने वाला हो सकता है। चलिए अब हम जानते हैं कि कलयुग में किस प्रकार से श्राप फलित होगा तथा किस अवस्था में श्राप किसी को क्यों नहीं लगेगा।
कलयुग में श्राप क्यों नहीं लगता | Kalyug Me Shrap Kyo Nehi Lagta
यह तो आप जानते ही है कि कलयुग में हर कोई व्यक्ति किसी आवेश में आकर क्रोधित होकर सामने वाले का अहित करने हेतु बद्दुआ, गाली-गलौज आदि साधारण रूप में करता आया है। परंतु यदि हम घोर Shrap दिए जाने की बात करें। जिससे अमुक व्यक्ति का या फिर यूं कहे कि आतताई का सर्वे विनाश हो सके। Kalyug में श्राप देने की शक्ति बहुत ही चुनिंदा महापुरुषों में है। जो प्रभु के सच्चे भक्त हैं जो प्रभु में पूर्ण आस्था रखते हैं तथा जिन्होंने तपस्या, मंत्र सिद्धि द्वारा दिव्य शक्तियां प्राप्त की है वही लोगअपने द्वारा किए गए संकल्प को पूर्ण करने की शक्ति रखते हैं।
आप देखेंगे की Kalyug में ऐसे लोग बहुत कम है जो सतयुग, त्रेतायुग या द्वापरयुग जैसी कठोर तपस्या, मंत्र सिद्धिआदि को इस समय में सिद्ध कर पाते हैं। श्राप या बद्दुआ क्यों हो रही बेअसर कलयुग में श्राप नहीं लगने के कुछ कारण यह भी हो सकते हैं-
- कलयुग में साधारण व्यक्ति में सत्यता की कमी होगी। झूठ का वर्चस्व इतना अत्यधिक होगा कि उसके द्वारा किया गया कोई भी संकल्प पूर्ण नहीं होगा। तो वह किसी को Shrap या बद्दुआ देकर किसी का अनिष्ट नहीं कर सकता।
- इस युग के प्राणियों को दिव्य शक्तियां प्राप्त होना असंभव है। क्योंकि दिव्य शक्तियों को प्राप्त करने के लिए अति आवश्यक है कि उनका चित्त व्रती प्रभु श्री चरणों में रहे। परंतु कलयुग में इसका अभाव देखने को मिलता है।
- श्राप देने की शक्ति ऋषि-मुनि, तपस्वी द्वारा प्रभु भक्ति से एवं दिव्य शक्तियों की साधना करने के उपरांत प्राप्त की जाती है और उनके द्वारा किया गया संकल्प फलित अवश्य होता है परंतु कलयुग में जनसाधारण के लिए यह शक्तियां तथा Shrap देने की शक्ति प्राप्त करना कठिन कार्य है।
- श्राप का सही मायने में अर्थ होता है कि अपने प्रति हुए दुर्व्यवहार,अहित का ईश्वर शक्ति द्वारा दंड देना।
- श्राप देना एक संकल्प है और यह संकल्प वह व्यक्ति ले सकता है जो सत्यवान हो, कर्मठ, तपस्वी, जिज्ञासु तथा प्रभु का अनन्य सेवक द्वारा किया गया हो। तो आप देखेंगे कि Kalyugग में इस प्रकार के धर्मात्मा व्यक्ति बहुत कम होंगे तथा होंगे तो वह क्रोध करना या Shrap देना उचित नहीं समझते।
कलयुग में श्राप कैसे लगता है | Kalyug Me Shrap Kase Lagta Hai
यदि कलयुग में श्राप फलित हो भी तो इसके लिए कुछ पहलू इस प्रकार हो सकते हैं
- धर्म शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति शारीरिक शक्ति में बलवान नहीं होते या सामने वाले का सामना नहीं करना चाहते। वह व्यक्तिअपने तपोबल से आतताई को दंड देने हेतु ईश्वर शक्ति को माध्यम मानते हुए संकल्प करते हैं। यह संकल्प देव शक्ति द्वारा फलित अवश्य होती है। इस अवस्था में किसी भी श्रेणी के व्यक्ति पद पर रहे मंत्री, राजा या शक्तिशाली शासन भी हो सकते हैं। Kalyug में श्राप इन अवस्थाओं में जरूर फलित हो सकते हैं।
- किसी असहाय व्यक्ति को बार-बार परेशान किया जाए और वह असहाय व्यक्ति ईश्वर को साक्षी मानकर किसी को बद्दुआ दे या उसके प्रति अनिष्ट कामना करें तो यह फल अमुक व्यक्ति पर असर कारक जरूर होगा।
- धर्म शास्त्रों एवं ग्रंथो में बताया गया है कि ब्राह्मण द्वारा दिया गया Shrap हर युग में फलित होता है। यदि कलयुग में किसी धर्मनिष्ट ब्राह्मण द्वारा किसी अस्थाई के प्रति अनिष्ट कामना की जाती है तो उसे जरूर इसका दंड मिल सकता है।
- यदि समाज के विशेष वर्ग जो अन्य वर्गों द्वारा प्रताड़ित हो उसे समाज में हीन भावना से देखा जाता हो। ऐसे व्यक्तियों द्वारा दिया गया श्राप कलयुग में जरूर फलित होता है।