तुलसी का पौधा किस दिन उखाड़ना चाहिए और उखाड़े हुये पौधे का क्या करें

तुलसी का पौधा किस दिन उखाड़ना चाहिए: तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे पवित्र मान्यताओं से जोड़ा जाता है। तुलसी की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बढ़ती है। हालांकि, कई बार आपको Tulsi Ke Paudhe को उखाड़ने की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए, उचित समय और विधि का पालन करना जरूरी है। इस लेख में हम जानेंगे कि तुलसी के पौधे को कब और कैसे उखाड़ना चाहिए ताकि आप धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का पालन कर सकें।

तुलसी का पौधा किस दिन उखाड़ना चाहिए | Tulsi Ka Paudha Kis Din Ukhadna Chahie

वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को उखाड़ने के लिए खास दिनों का ध्यान रखना जरूरी होता है। सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, पूर्णिमा, अमावस्या, एकादशी, रविवार, सूतक और पितृ पक्ष के दिनों में Tulsi Ke Paudhe को नहीं उखाड़ना चाहिए। इन दिनों Tulsi Ke Paudhe को उखाड़ना अशुभ माना जाता है और इससे घर की शांति और समृद्धि को ठेस पहुंच सकती है। इसके अलावा आप ऊपर बताए गए दिनों को छोड़कर किसी भी दिन Tulsi Ke Paudhe को उखाड़ सकते हैं। सही समय और विधि का पालन करके ही Tulsi Ke Paudhe को उखाड़ना शुभ होता है।

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तुलसी का पौधा कैसे उखाड़े | Tulsi Ka Paudha Kaise Ukhade

वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को अचानक से नहीं उखाड़ना चाहिए। इसके लिए एक विशेष विधि का पालन करना चाहिए। सबसे पहले स्नान करने के बाद Tulsi Ke Paudhe पर थोड़ा पानी डालें, ताकि मिट्टी नरम हो जाए और पौधे को आसानी से हटाया जा सके। इसके बाद देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए धीरे-धीरे कुदाल आदि से मिट्टी हटाते हुए पौधे को सावधानीपूर्वक हटा दें। 

Tulsi Ke Paudhe को अत्यंत पवित्र माना जाता है, इसलिए इसे कूड़े में फेंकना वर्जित है। इसके बजाय पौधे को बहते जल में प्रवाहित कर दें, ताकि उसका सम्मानपूर्वक निपटान किया जा सके। इस प्रक्रिया का पालन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में भी मदद मिलती है। अत: Tulsi Ke Paudhe को उखाड़ते समय उचित विधि और श्रद्धा का पालन करना आवश्यक है।

तुलसी के पौधे का क्या करें | Tulsi Ke Paudhe Ka Kya Karen

आप सूखे पत्तों को एक साफ बर्तन या कपड़े में निकाल सकते हैं और उन्हें बाजार में उपलब्ध ताजे पत्तों के बदले भगवान विष्णु और श्री कृष्ण को अर्पित कर सकते हैं। इस प्रथा को अध्यात्म में महत्वपूर्ण माना जाता है। उखाड़े गए तुलसी के पौधे की जड़ों को घर के मुख्य द्वार पर बांधने से देवी लक्ष्मी की कृपा होती है। यह एक शुभ प्रथा है जो धन, संपत्ति और समृद्धि प्राप्त करने के लिए की जाती है। इसे लाल कपड़े में बांधकर पहनने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। 

तुलसी की लकड़ियों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर प्रसाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। सात छोटी तुलसी की लकड़ियों को रुई या सूत के धागे में लपेटकर, उन्हें गाय के घी में डुबोकर दीपक में जलाने से सभी क्षेत्रों में सफलता, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

तुलसी के पौधे की मिट्टी | Tulsi Ke Paudhe Ki Mitti

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जब Tulsi Ka Paudhe सूख जाए तो उसे उखाड़ देना चाहिए। इसके बाद उसी स्थान पर दूसरा Tulsi Ka Paudhe लगाना चाहिए। कभी भी दूसरा पौधा न लगाएं, क्योंकि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है। अगर आप तुलसी का पौधा तुरंत नहीं लगा रहे हैं तो रोजाना गमले की पूजा करते रहें। इसके साथ ही अगर मिट्टी बदल जाए तो उसे सम्मान के साथ अच्छी जगह पर रखें। इसे कभी भी गंदे स्थान पर न फेंके, इससे वास्तु दोष लग सकता है।

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