हनुमान जी होंगे जल्द प्रसन्न जानें हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम

हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम :- राम भक्त, महावीर, बलवान, बुद्धिशाली, अमरत्व प्राप्त की बात करे तो हनुमानजी की प्रतिमा सामने आती है। ऐसे उपरोक्त गुण प्राप्त करने हैं तो Hanuman chalisa पाठ का महत्व ज्यादा है। हम सभी हम सभी जानते हैं की धर्म ग्रंथ, शास्त्रों में एवं विवेक से भी सोचें तो अनुभव करेंगे की कोई ना कोई शक्ति हमें अपने जीवन में एवं धरती पर नजर आएगी। यदि कोई शक्ति हमें अपनी चाही गई उपलब्धि प्रदान करती है ,तो हमें भी उसका गुणगान एवं एहसान मानना हमारा कर्तव्य हो जाता है। 

Hanuman Chalisa Padhne Ke Niyam

इस गुणगान एवं एहसान में हम ज्यादा तप तपस्या नहीं कर सकते हैं तो उनको खुश करने के लिए हम उनका गुणगान उनके नाम की चालीसा, स्रोत, पाठ आदि से कर सकते हैं ।उसी कड़ी में हनुमान जी की प्रिय हनुमान चालीसा से हम हनुमान जी का गुणगान कर उनका धन्यवाद करते हुए अपनी अपनी उपलब्धि के लिए पाठ करते हैं। तो हम आपको इस Article के जरिए हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम एवं लाभ से अवगत कराएंगे । जिसके बारे में जानने के लिए आप हमारे साथ अंत तक बने रहे …

हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम | Hanuman Chalisa Path Ke Niyam

अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि हनुमान चालीसा को कौन पढ़ सकता है। तो आपकी जानकारी के लिए बता दे कि Hanuman chalisa हनुमान जी का कोई भी भक्त चाहे पुरुष हो या नारी सभी पाठ कर सकते हैं। हनुमान चालीसा का पाठ कोई भी स्वच्छ और पवित्र मन का नर और नारी कर सकते हैं। जैसे हम अपने माता पिता की सेवा करना अपना फर्ज एवम कर्तव्य समझते है तो फिर हम जगत के माता पिता की सेवा पाठ, स्त्रोत से उनकी सेवा कर अपना कर्तव्य पूरा कर सकते है।

जैसे अपने parents कभी धन दौलत की ईच्छा रखे बिना हमारा पालन पोषण करते है ,उसी तरह ईश्वर भी बिना किसी स्वार्थ के हमारा पालन पोषण करते है। हम ईश भक्ति से ये कर्तव्य निर्वहन करते है। इसी कर्तव्य में Hanuman chalisa  का पाठ हमे स्वामी भक्ति, ऊर्जा, बुद्धि आदि प्रदान करती है। 

हनुमान चालीसा किसे नहीं पढ़नी चाहिए

अब हम आपको इस Article के माध्यम से यह बताएंगे कि हनुमान चालीसा किसे नहीं पढ़नी चाहिए। हनुमान चालीसा का पाठ महिलाओं को पीरियड के समय नहीं करना चाहिए। इस पाठ को नशा करने वाले, मांसाहारी एवं अपवित्र अवस्था वाले को करना वर्जित है।

हनुमान चालीसा पढ़ने का सही समय

हमे बहुत से पाठको द्वारा यह पूछा गया है कि हनुमान चालीसा पढ़ने का सही समय क्या है । तो आपको बता दे कि भगवान का कोई भी पाठ या हनुमान चालीसा पढ़ने का कोई निश्चित समय नहीं होता जब भी मन में श्रद्धा हो, नियमित पाठ करते हो ,तो किसी भी समय Hanuman chalisa का पाठ किया जा सकता है। प्रातः अथवा शाम को पाठ करना पाठ करना उचित रहता है क्योंकि इस समय मन शांत  और स्थिर रहता है। पवित्रता पवित्रता शुद्धता और सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ का सही समय हर वक्त होता है।

हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम | Hanuman Chalisa Padhne Ke Niyam

हनुमान चालीसा का पाठ भक्तों द्वारा नियमित तौर से किया जाता है। कई भक्त मंगलवार या शनिवार को ही हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले नित्य क्रिया स्नान से निवृत होकर भगवान गणेश जी की वंदना करें प्रभु राम की आराधना करें। इस पाठ को कहीं भी और कभी भी पढ़ने, सुनने या सुनाने में कोई प्रतिबंध नहीं है। अब हम आपको हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम से अवगत कराना चाहेंगे।

  • हनुमान चालीसा पाठ में पवित्रता और शुद्धता का होना अति आवश्यक है। पूजा स्थल की साफ सफाई अच्छी तरह से होना जरूरी है
  • हनुमान चालीसा पवित्र जगह पर बैठकर ही करना चाहिए। खासकर अपने घर के पूजा स्थल में।
  • Hanuman chalisa का पाठ सुबह अथवा शाम को किया जा सकता है
  • हनुमान चालीसा पाठ के समय भगवान को लाल रंग के फूल चढ़ाना शुभ माना जाता है।
  • हनुमान चालीसा पाठ शुरू करने से पहले चमेली का तेल या शुद्ध घी का दीपक  प्रजवलित किया जाना चाहिए। दीपक में बाती लाल सूत यानी धागे की होनी चाहिए।
  • हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने से पहले गुड़ और चने का प्रसाद अर्पित करना चाहिए।
  • हनुमान चालीसा पाठ के समय हनुमान जी की मूर्ति, तस्वीर को लकड़ी के तख्ती पर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापना करनी चाहिए और स्वयं कुश के बने आसन पर बैठना चाहिए।
  • Hanuman chalisa का पाठ अपने श्रद्धा अनुसार एक, तीन, पांच, सात, नो, 11 या 108 बार किया जा सकता है।
  • हनुमान चालीसा का पाठ जो की भक्तों को अच्छी तरह याद होता है जिसे दो या तीन मिनट में पूरा कर लेते हैं जो कि गलत है हमेशा हनुमान चालीसा को सामने रखकर पाठ करने से पदों को पढ़ने में कोई गलती नहीं होती है । शांत मन से किया हुआ पाठ पूर्ण फल प्रदान करता है।

हनुमान चालीसा पढ़ने की विधि क्या है

 Hanuman chalisa का पाठ मंगलवार को विशेष पूजा अर्चना के साथ किया जाता है । इस दिन हनुमान जी का पाठ विधि पूर्वक से करने से हनुमान जी शुभ परिणाम शीघ्र प्रदान करते हैं। तो आइए आपको हनुमान चालीसा पढ़ने की विधि क्या है के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाते है :

  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से पूर्व हनुमान जी की प्रतिमा अथवा तस्वीर लकड़ी की तख्ती पर लाल कपड़ा बिछा कर स्थापित करनी चाहिए।
  • पाठ करते समय स्वयं को खुश की बनी चटाई पर  बैठकर पाठ करना है।
  • हनुमान चालीसा पाठ करने से पूर्व शुद्ध घी अथवा चमेली के तेल का दीपक करना आवश्यक होता है।
  • हनुमान चालीसा पाठ में गुड़ चने का प्रसाद चढ़ाया जाता है जो हनुमान जी को विशेष प्रिय होता है।
  • हनुमान चालीसा करते समय हनुमान चालीसा की पुस्तक हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम 
  • रखकर पाठ करना चाहिए जिससे कोई भी पद छुट्टे नहीं और त्रुटि न हो।

हनुमान चालीसा पढ़ने के लाभ | Hanuman Chalisa Padhne Ke Labh

भगवान की किसी भी स्तुति, पाठ करने से हमेशा मन में शांति, स्थिरता एवं खुशियां प्राप्त होती है। हम आपको राम भक्त हनुमान जी की प्रिय हनुमान चालीसा पढ़ने के लाभ से अवगत कराएंगे। हर व्यक्ति के हर व्यक्ति के जीवन में अनेक प्रकार की समस्याएं आती रहती है जिसका समाधान किसी भी दवाई, रूपए पैसे या अन्य किसी के सहयोग से नहीं होता है उसे हनुमान चालीसा का पाठ हमेशा समस्याओं से बाहर निकलता है। हनुमान चालीसा पढ़ने के लाभ निम्न अनुसार है।

  1. हनुमान चालीसा का हर पद महामंत्र है।
  2. हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन में किसी प्रकार की कमी या समस्या उत्पन्न नहीं होती है।
  3. हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि महाराज की साढ़े साती या ढैया से भी मुक्ति मिलती है।
  4. हनुमान चालीसा का पाठ करने से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है
  5. रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से भय से मुक्ति मिलती है ।
  6. हनुमान चालीसा का पाठ रोज करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
  7. हनुमान चालीसा पाठ करने से हनुमान जी स्वयं उसकी रक्षा करते हैं।
  8. हनुमान चालीसा हनुमान जी की प्रिय होने से भगवान राम एवं भगवान शिव की कृपा भी बनी रहती है।

हनुमान चालीसा पाठ के लाभ

आप सब यह जरूर जानना चाहेंगे की Hanuman chalisa पाठ के लाभ क्या है। तो हम बताएंगे की हनुमान चालीसा पाठ के लाभ क्या है। सतयुग, त्रेता द्वापर युग में ईश्वर की सेवा पूजा या मन वांछित परिणाम हेतु जंगलों एवम एकांत स्थान पर जाकर लंबे समय तक तपस्या करनी पड़ती थी। तब जाकर कई विपतियो के बाद अभीष्ट फल की प्राप्ति होती थी। कलयुग में सभी लोग बहुत ही भाग्यशाली है जो कलयुग में केवल पाठ, स्त्रोत आदि से ही ईश्वर को प्रसन्न कर इच्छित फल की प्राप्ति कर सकते है।सारे पाठ एवम स्त्रोत वांछित परिणाम देते है उसमे हनुमान चालीसा का पाठ पवित्र मन से नियमानुसार विधि पूर्वक करने पर परिणाम सुखदाई होता है।

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FAQ

Q. ऊर्जा, साहस, बुद्धि एवम स्वामी भक्ति की भावना के लिए कौनसा पाठ करना लाभकारी है?

Ans.  हनुमान चालीसा का पाठ करने से ऊर्जा, साहस, बुद्धि एवम स्वामी भक्ति की भावना स्वत उत्पन्न होती है।

Q. हनुमान चालीसा का पाठ किस दिन करने से फल की प्राप्ति शीघ्र होती है?

Ans. हनुमान चालीसा का पाठ मंगलवार और शनिवार को करना शीघ्र फल प्रदान करता है वैसे हमेशा पाठ करना भी फल शीघ्र प्रदान करता है

Q.  हनुमान चालीसा का पाठ करने से विशेष कर अपने स्वभाव में क्या फर्क आता है ?

Ans. हनुमान चालीसा का पाठ करने से स्वामी भक्ति, तीव्र बुद्धि और साहस प्रदान होता है।

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