हनुमान जयंती 2024 (Hanuman Jayanti) हिन्दूोओ का पवित्र पर्व है। यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन हनुमानजी का जन्म हुआ था यह माना जाता है। हनुमान जी को कलयुग में सबसे शक्तिशाली देवताओं में से एक माना जाता है। विष्णु जी के राम अवतार के बाद रावण को दिव्य शक्ति प्रदान हो गई थी । जिससे रावण ने अपनी मोक्ष प्राप्ति हेतु शिवजी से वरदान माँगा की उन्हें मोक्ष प्रदान करने हेतु कोई उपाय बताए जो मुझे मोक्ष की प्राप्ति करा सके।
तब भोलेनाथ ने राम के हाथों मोक्ष प्रदान करने के लिए लीला रचि थी। शिवजी की लीला के अनुसार उन्होंने Hanuman के रूप में जन्म लिया ताकि रावण को मोक्ष की प्राप्ति करा सके। इस कार्य में रामजी का साथ देने हेतु स्वयं शिवजी के अवतार हनुमान जी आये थे, जो हमेसा के लिए अमर हो गए। रावण के वरदान के अनुसार उन्हे मृत्यु के साथ साथ मोक्ष की प्राप्ति भी गई थी।
Table of Contents
हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है
Hanuman Jayanti हिन्दू धर्म के अनुयायियों के द्वारा माने जाने वाले काफी लोकप्रिय देवता है. हनुमान जयंती पर्व पर लोगों के द्वारा पूरे जोश और उत्सुकता के साथ मनाया जाने वाला उतस्व हैI इस दिन शहरों और गावो में बड़ी बड़ी झांकिया निकाली जाती हैं. कुछ लोग भगवान हनुमान का उपवास भी करते हैं।
वहीँ आप में ऐसे बहुत से लोग होंगे जिन्हें की हनुमान जन्मोत्सव के विषय में कुछ भी जानकारी नहीं है तो इसलिए मैंने सोचा की में आप लोगों को हनुमान जयंती कब मनाई जाती के विषय में जानकारी प्रदान की जाये. तो फिर चलिए शुरू करते हैं हनुमान जयंती क्यूँ और कब मनाई जाती है।
हनुमान जयंती कब है 2024
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
हनुमान जयंती | मंगलवार | 23 अप्रैल 2024 |
हनुमान जयंती के दिन भक्त हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से पूजा पाठ करते हैं और व्रत रखते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्मोत्सव का पर्व मनाया जायेगा। साल 2024 में हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल 2024 मंगलवार को मनाया जायेगा है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था।
हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है हनुमान जी को वेदों और पुराणों के अनुसार महादेव का 11वां अवतार माना गया है. हनुमान जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है और दोनों जयंती के पीछे अलग अलग मान्यताएं बताई गई हैं. Hanuman Jayanti के पीछे दो अलग कथाएं प्रचिलित हैं।
हनुमान जयंती दो बार क्यों मनाई जाती है
हनुमान जयंती भगवान हनुमान जी के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है. हनुमान जी की माता का नाम अंजनी था तथा उनके पिता का नाम केसरी था I महावीर हनुमान जी को अनेक से नामों से जाना जाता है जिसमें से मुख्य नाम अंजनिपुत्र, महाबली, रामेष्ट, बजरंगबली आदि हैं।
ऐंसी कथाएं है कि जब बजरंग बलि का जन्म हुआ था तो उन्हें बहुत तेज भूंख लगने लग गयी थी तो वे सूर्य देव को फल समझ कर आकाश की तरफ सूर्य देव को खाने के लिए आगे बढ़े लगे I उसी दिन राहु भी अपना ग्रास बनाने के लिए सूर्य की तरफ आ रहा था इसीलिए सूर्यदेव नें हनुमान जी को राहु समझ लिया था।
दूसरी बार हनुमान जयंती दीपावली के दिन भी मनाई जाती है. इस दिन हनुमान जयंती मनाये जाने के पीछे यह मान्यता है कि माता सीता ने अंजनि पुत्र हनुमान जी के समर्पण और भक्ति को देखकर उन्हें अमरता का वरदान सभी देवी देवताओ के द्वारा दिया गया था. जिस दिन माता सीता ने वरदान दिया उस दिन दीपावली थी. इस लिए कारण से दीपावली के दिन भी हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है।
हनुमान जयंती 2024 मुहूर्त | hanumaan jayantee 2024 muhoort
2024 में हनुमान जयंती 23 अप्रैल को मनाई जाएगी। Hanuman Jayanti पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल की सुबह 3 बजकर 25 मिनट से होगी तो समाप्ति 24 अप्रैल की सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर। हनुमान जयंती की पूजा के लिए दोपहर का समय शुभ माना जाता है।
हनुमान जयंती पुजा विधि
- इस दिन सुबह स्नान कर साफ कपड़े पहनें।
- फिर रात के समय शुभ मुहूर्त में एक लकड़ी की चौकी पर बजरंगबली की मूर्ति या मूर्ति स्थापित करें, जिस पर पहले से ही पीला रंग का कपड़ा बिछा हो।
- जरंगबली के सामने घी का दीपक जलाएं।
- जल छिड़कें और कच्चा दूध, दही, घी, शहद मिलाकर बजरंगबली का अभिषेक करें।
- बजरंगबली को लाल या पीले रंग का कपड़ा, कलावा, फूल, धूप, अगरबत्ती, दीपक आदि अर्पित करें।
- इसके बाद भक्त हनुमान चालीसा का पाठ कर पूजा पूरी करते हैं और आशीर्वाद की प्रार्थना करते हैं।
- इस दिन हनुमान भक्तों को हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुन्दरकाण्ड और रामायण का पाठ करना चाहिए।