प्रस्तुत है होली धमाल भजन लिरिक्स 2024: होली पर गायें जाने वाले प्रसिद्ध गीत

होली धमाल भजन लिरिक्स:- होली का त्यौहार मनमोहक रंगों का त्यौहार है, यह एक ऐसा त्यौहार है जो हर धर्म, सम्प्रदाय और जाति की सीमाओं से परे जाकर लोगों को भाईचारे का संदेश देता है। इस दिन सभी लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूलकर एक-दूसरे को गले लगाते हैं, एक-दूसरे को गुलाल लगाते हैं और एक-दूसरे को होली के त्योहार की शुभकामनाएं देते हैं। होली आंतरिक अहंकार और बुराई को मिटाकर सबके साथ भाईचारा, प्रेम और सद्भाव से रहने का त्योहार है। छोटे-छोटे बच्चे अपनी इच्छा के अनुसार रंग-गुलाल और पिचकारी खरीदते हैं और लोगों को रंगों से सराबोर करने का आनंद लेते हैं।

Holi Dhamal Bhajan Lyrics

हमें यह समझना होगा कि होली मिल-जुलकर रहने, प्रेमपूर्वक रहने और जीवन के रंगों को अपने भीतर आत्मसात करने का त्योहार है। इसलिए रंगों का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए और पानी या रंग-बिरंगे गुब्बारों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। होली का त्यौहार हमें हमेशा सही रास्ते पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। होली का त्यौहार सामाजिक समरसता का प्रतीक है। इस त्योहार से लोगों में सामाजिक एकता की भावना मजबूत होती है।

होली धमाल भजन लिरिक्स | Holi Dhamal Bhajan Lyrics

रंग डार गयो री मोपे सांवरा,

मर गयी लाजन हे री मेरी बीर,

मैं का करूँ सजनी होरी में,

रंग डार गयो री मोपे साँवरा ॥

मारी तान के ऐसी मोपे पिचकारी,

मारी तान के ऐसी मोपे पिचकारी,

मेरो भीज्यो तन को चीर,

मैं का करूँ सजनी होरी में,

रंग डार गयो री मोपे साँवरा ॥

रंग डारी चुनर कोरी रे,

रंग डारी चुनर कोरी रे,

मेरे भर गयो नैनन अबीर,

मैं का करूँ सजनी होरी में,

रंग डार गयो री मोपे साँवरा ॥

मेरो पीछा ना छोड़े ये होरी में,

मेरो पीछा ना छोड़े ये होरी में,

एक नन्द गाँव को अहीर,

मैं का करूँ सजनी होरी में,

रंग डार गयो री मोपे साँवरा ॥

पागल के ‘चित्र विचित्र’ संग,

पागल के ‘चित्र विचित्र’ संग,

होरी भई यमुना के तीर,

मैं का करूँ सजनी होरी में,

रंग डार गयो री मोपे साँवरा ॥

रंग डार गयो री मोपे सांवरा,

मर गयी लाजन हे री मेरी बीर,

मैं का करूँ सजनी होरी में,

रंग डार गयो री मोपे साँवरा ॥

होली की मची है धमाल महिना फागुन का

नीला पीला को लाल महिना फागुन का

आया बंसती फागुन आया रंग रंगीला सावन लाया

उड़े अभीर गुलाल महिना फागुन का

होली की मची है धमाल महिना फागुन का

भर भर रंग गुलाल के झोले घूम रहे ग्वालो के टोले

भज रहे होली के ताल महिना फागुन का

होली की मची है धमाल महिना फागुन का

ग्वाल बाल पिचकारिया मारे

गोपियाँ रंग गगरिया ढाले

होली से किये मुख लाल महिना फागुन का

फागुन होरी के रंग न्यारे

ब्रिज हीरी पे मधुप ब्रिज होरी है कमाल

महिना फागुन का

होली में गूँज रहा देखो रंगो का त्योहार,

हो भोले बाबा को रंगो, आज सब मिलकर के सारे

हाथों में लाये है गुलाल मल के,

बाबा को रंग लगाओ मल के,

नंदी को संग में रंग लगाओ सब मिलके,

हो भोले, हो शंकर बाबा को रंगो, आज सब मिलकर के सारे

रंग ऐसा रंगयो के छूटे ना,

भोले मिले है बड़े यतन से,

रंग लगा के फिर भंगिया भी पिलाना,

हो भोले, हो शंकर बाबा को रंगो, आज सब मिलकर के सारे

कैलाश में होली की धूम मची है,

रंगो की एक दुनिया सजी है,

सब भक्त बाबा को रंग लगाए जाते है,

हो भोले, हो शंकर बाबा को रंगो, आज सब मिलकर के सारे

श्याम भजन लिरिक्स | shyam bhajan lyrics

कैसी होली श्याम मचाये रे,

नाचे ब्रज के ग्वाल गोपिया,

ताल बजाये रे,

कैसी होली श्याम मचाये रे॥

एक तरफ है लाड़ली राधे,

दूजे कुंवर कन्हैया,

रंग गुलाल उड़ावे हिल मिल,

नाचे ताता थईया,

प्यारी बंसी श्याम बजाये रे,

नाचे ब्रज के ग्वाल गोपिया,

ताल बजाये रे,

कैसी होली श्याम मचाये रे॥

भर पिचकारी रंग कैसरिया,

सखियों पे बरसावे,

देख गुजरिया नई चुनरिया,

सारे शोर मचावे,

गोरी बच के निकल ना जाये रे,

नाचे ब्रज के ग्वाल गोपिया,

ताल बजाये रे,

कैसी होली श्याम मचाये रे॥

ढोल मजीरे बाज रहे है,

बाज रही शहनाई,

नन्दगाँव बरसाना गोकुल,

ब्रज के लोग लुगाई,

होली गाते चंग बजाये रे,

नाचे ब्रज के ग्वाल गोपिया,

ताल बजाये रे,

कैसी होली श्याम मचाये रे॥

कैसी होली श्याम मचाये रे,

नाचे ब्रज के ग्वाल गोपिया,

ताल बजाये रे,

कैसी होली श्याम मचाये रे॥

वृन्दावन जाऊँगी सखी 

वृन्दावन जाऊँगी 

मेरे उठे विरह में पीर

सखी वृन्दावन जाउंगी

बाजे मुरली यमुना तीर

सखी वृन्दावन जाउंगी

राधे राधे राधे राधे  राधे राधे

राधे राधे राधे राधे  राधे राधे

मेरे उठे विरह में पीर

सखी वृन्दावन जाउंगी

वृन्दावन जाऊँगी 

नहीं फिर लौट के आउंगी 

मेरे उठे विरह में पीर

सखी वृन्दावन जाउंगी

छोड़ दिया मैंने भोजन पानी

श्याम की याद में

मेरे नैनन बरसे नीर

सखी वृन्दावन जाउंगी

मेरे उठे विरह में पीर

सखी वृन्दावन जाउंगी  

वृन्दावन जाऊँगी सखी 

वृन्दावन जाऊँगी 

बाजे मुरली यमुना तीर

सखी वृन्दावन जाउंगी

इस दुनिया के रिश्ते नाते

सब ही तोड़ दिए

तुझे कैसे दिखाऊं दिल चिर

सखी वृन्दावन जाउंगी

मेरे उठे विरह में पीर

सखी वृन्दावन जाउंगी  

राधे राधे राधे राधे  राधे राधे

राधे राधे राधे राधे  राधे राधे

नैन लड़े गिरधर से मै तो 

बावरी हो गई

दुनिया से भयो अखिर 

सखी वृन्दावन जाउंगी

मेरे उठे विरह में पीर

सखी वृन्दावन जाउंगी    

वृन्दावन जाऊँगी सखी 

वृन्दावन जाऊँगी 

बाजे मुरली यमुना तीर

सखी वृन्दावन जाउंगी

मेरे उठे विरह में पीर,

सखी वृन्दावन जाउंगी

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